तेज बारिश के चलते फिर रुका जोशीमठ में होटल को गिराने का काम :
SINKING JOSHIMATH, UTTARAKHAND:
एक तरफ जहाँ धंसते जोशीमठ SDRF का एक्शन शुरू हो गया है. वहीँ तेज बारिश के चलते इस काम में देरी हो रही हैं स्थानीय लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध के बीच वहां होटल को गिराने का काम किया जा रहा है. वहां दो होटल एक दूसरे की तरफ झुक रहे हैं, जिनसे दूसरे इमारतों को भी खतरा हो सकता है. इसको देखते हुए सबसे पहले उनको गिराया जाएगा. इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जोशीमठ का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी. उन्होंने कहा कि इन परिवारों को राहत दिलाना सरकार की प्राथमिकता है. जोशीमठ में भू धंसाव की त्रासदी को लेकर जनता से लेकर सरकार तक टेंशन में है. उधर, जोशीमठ में खराब होते मौसम ने सबकी चिंता को और बढ़ा दिया है. इस बीच वहां होटल को गिराने का काम शुरू हो गया है. इससे पहले मुआवजे पर लोगों के विरोध की वजह से ये काम शुरू हो नहीं हो पाया था. लोगों के गुस्से के बीच कल रात सीएम पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ के उस रिलीफ कैंप में पहुंचे, जहां प्रभावित परिवार के लोग हैं. धामी ने साफ कर दिया, अभी सिर्फ होटलों की इमारत को ढहाया जाएगा, न की असुरक्षित घरों को. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जोशीमठ को लेकर आज गृह मंत्रालय में बड़ी बैठक बुलाई थी.जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के दृष्टिगत जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ नगर क्षेत्र के 9 वार्ड में 760 प्रभावित भवनों को अभी तक चिन्हित किया गया है. जिसमे से 128 भवनों को असुरक्षित जोन के अंतर्गत रखा गया है. सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा अब तक 169 परिवारों के 589 व्यक्तियों को विभिन्न ठिकानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया गया है.
जिला प्रशासन ने अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 51 भवनों के 344 कक्षों का चिह्नीकरण कर लिया गया है. इसमें 1425 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है. वहीं नगर पालिका के बाहर पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है, जिसमे कुल 2205 लोगों को ठहराया जा सकेगा.
राहत कार्यो के तहत जिला प्रशासन द्वारा अबत क 73 परिवारों को 5 हजार रुपये की दर से कुल 3 लाख 65 हजार रुपये की धनराशि आवश्यक दैनिक घरेलू सामग्री क्रय करने हेतु वितरित की जा चुकी है. जबकि पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त 10 भवन स्वामियों को 1 लाख 30 हजार रुपये की दर से कुल 13 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है. इसके अलावा मकान किराया, विशेष पुनर्वास पैकेज व समान ढुलाई हेतु कुल 87 व्यक्तियों को विभिन्न रूप से आर्थिक सहायता दी गई है.
जिला मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 का प्रयोग करते हुए नगर क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 1, 4, 5 व 7 के अंतर्गत आने वाले अधिकांश क्षेत्रो को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्डों को खाली करवाया जा रहा है.