भारत की धार्मिक और साहसिक पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध ऋषिकेश में अब एक नया और दिलचस्प कदम उठाया जा रहा है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की है कि ऋषिकेश में 100 करोड़ रुपये की लागत से एक राफ्टिंग बेस स्टेशन बनेगा। यह योजना भारत में साहसिक पर्यटन को नई दिशा देने वाली है और विशेष रूप से उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक अहम कदम साबित हो सकती है।
ऋषिकेश: साहसिक पर्यटन का केंद्र
ऋषिकेश, जो अपनी धार्मिक महत्वता के लिए भी प्रसिद्ध है, दुनियाभर में अपनी राफ्टिंग गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है। गंगा नदी के किनारे बसे इस शहर में हर साल हजारों साहसिक पर्यटक राफ्टिंग, कैंपिंग, ट्रैकिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए आते हैं। यहाँ के रिवर राफ्टिंग का अनुभव विदेशी और स्थानीय पर्यटकों दोनों के बीच बहुत ही लोकप्रिय है।
राफ्टिंग बेस स्टेशन का महत्व
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस राफ्टिंग बेस स्टेशन का उद्देश्य साहसिक पर्यटन को और बढ़ावा देना है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य राफ्टिंग के अनुभव को और सुरक्षित, व्यवस्थित और आकर्षक बनाना है।
बेस स्टेशन का निर्माण पर्यटकों को सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ स्थानीय व्यवसायों और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगा। यहाँ पर एक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा, जिसमें राफ्टिंग गाइड्स, उपकरण, सुरक्षा उपकरण, पर्यटक सहायता केंद्र और आरामदायक आवास जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
23 राज्यों के लिए 3295 करोड़ रुपये की राशि जारी
केंद्र सरकार ने इस परियोजना को केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं रखा है। 23 राज्यों के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय संस्कृति और साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 3295 करोड़ रुपये की राशि जारी की है। इसका उद्देश्य पूरे देश में पर्यटन के विकास को नई गति देना है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहाँ पर्यटन की क्षमता है, लेकिन वहाँ की सुविधाएँ और बुनियादी ढाँचा सीमित हैं।
पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को होगा लाभ
यह परियोजना न केवल साहसिक पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन अनुभव सुनिश्चित करेगी, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा। राफ्टिंग बेस स्टेशन के निर्माण से रोजगार के कई नए अवसर उत्पन्न होंगे, जैसे कि गाइड, प्रशिक्षक, होटल स्टाफ, डीलर और स्थानीय हैंडलिंग एजेंसीज। साथ ही, यह परियोजना ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों के छोटे व्यवसायों को भी सशक्त बनाएगी।
आने वाले समय में एक नई यात्रा
साहसिक पर्यटन भारत में तेजी से बढ़ रहा है, और ऋषिकेश जैसी जगहों पर ऐसी परियोजनाएँ इस क्षेत्र को और भी आकर्षक बनाती हैं। 100 करोड़ रुपये की इस योजना के माध्यम से ऋषिकेश को एक आधुनिक साहसिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया जाएगा, जो पर्यटकों को न केवल रोमांचक अनुभव देगा, बल्कि भारत के पर्यटन क्षेत्र को भी वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित करेगा।
केंद्रीय सरकार द्वारा जारी किए गए 3295 करोड़ रुपये की राशि के साथ, यह स्पष्ट है कि भारत पर्यटन को एक नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कदम से न केवल पर्यटन उद्योग को फायदा होगा, बल्कि यह स्थानीय समुदायों और राज्यों के लिए भी विकास के नए रास्ते खोलने का अवसर प्रदान करेगा।
निष्कर्ष
ऋषिकेश में बनने वाला राफ्टिंग बेस स्टेशन भारत में साहसिक पर्यटन को नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह परियोजना न केवल पर्यटकों के लिए रोमांचक अवसर लाएगी, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार को भी बढ़ावा देगी। केंद्र सरकार की यह योजना देशभर के 23 राज्यों के लिए एक मिसाल साबित हो सकती है, जिससे भारत को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में और भी ज्यादा पहचान मिल सकती है।
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